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Do you know the answers to all these questions of these COVID-19

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Do you know the answers to all these questions of these COVID-19

दुनिया के तमाम देशों में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है. भारत समेत दुनिया के तमाम देशों मे Covid-19 के ख‍िलाफ टीकाकरण का अभ‍ियान जोरों पर है. ऐसे में कोरोना को लेकर किसी तरह की लापरवाही हमें भारी पड़ सकती है. हमें कोरोना वायरस से जुड़े तमाम मिथकों से बचना होगा और पूरी तरह से जागरुक होकर खुद का बचाव करना होगा. कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण से जुड़े हर एक सवाल का जवाब पढ़िए यहां-

A. कोरोना महामारी - आपके सवालों के जवाब

1- मुझे वैक्सीन कब तक लगेगी?
  • वैक्सीन कब लगेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस समूह में आते हैं. भारत में सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मी और अन्य कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगाई गई. इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोग और कोमॉर्बिड कंडीशंस वाले 50 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन मिल रही है. बीते एक अप्रैल से 45 साल और इससे अध‍िक उम्र के लोगों को टीका देने की शुरुआत हुई है. इसके बाद सरकार अन्य लोगों के बारे में फैसला लेगी।
2- क्या पूरे परिवार को वैक्सीन लगानी होगी?
  • फिलहाल बच्चों के टीकाकरण के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है. लेकिन कोरोना से बचने के लिए हर व्यक्ति को टीका लगवाना ही होगा, जिनमें महिलाएं पुरुष, युवा-वृद्ध सब शामिल होंगे।
3- क्या गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लगेगी?
  • वैक्सीन के ट्रायल में गर्भवती महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था, इसकी वजह से प्रेग्नेंट महिलाओं को वैक्सीन लगवाने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है. लेकिन ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को लेकर ब्रिटेन में फैसला लिया गया है कि डॉक्टर केस-टू-केस बेसिस पर प्रेग्नेंट महिलाओं को वैक्सीन लगाने का फैसला ले सकते हैं।
4- कितने साल तक के बुजुर्गों को वैक्सीन लगेगी?
  • कोरोना की वैक्सीन लगाए जाने के लिए कोई अधिकतम उम्र सीमा तय नहीं की गई है. 50 के ऊपर के सभी व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगेगी।

5- कितने साल तक के बच्चों को वैक्सीन लगेगी?

  • भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का ट्रायल 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों पर करने की इजाजत ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने दी है. केंद्र सरकार चाहे तो 12 वर्ष से ऊपर के बच्चों को यह वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के तहत दे सकती है. लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशिल्ड फिलहाल 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को दी जाएगी. इसके पीछे वजह है कि कोविशिल्ड के ट्रायल के दौरान बच्चों को शामिल नहीं किया गया था।
6- क्या कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को भी वैक्सीन लगवानी होगी?
  • जी हां, एम्स दिल्ली के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि ठीक हो चुके लोगों को भी वैक्सीन लगानी चाहिए. इससे उन्हें बेहतर इम्यूनिटी हासिल होगी।
7- क्या वैक्सीन के कोई साइड इफैक्ट भी हो सकते हैं?
  • वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं जैसे कि हल्का फीवर, इंजेक्शन लगाए जाने की जगह पर दर्द, शरीर में दर्द वगैरह. लेकिन ये बहुत कम लोगों में पाए जाते हैं और इनका असर लंबे समय तक नहीं रहता है।

8- वैक्सीन लगवाने के बाद QR कोड कब मिलेगा?

  • वैक्सीन की पहली डोज मिलने के बाद व्यक्ति के मोबाइल पर मैसेज आएगा और सभी डोज दिए जाने के बाद QR कोड सर्टिफिकेट व्यक्ति के मोबाइल पर भेज दिया जाएगा।

B. कोरोना के लक्षण कैसे पहचानें

1- क्या है कोविड-19?

  • चीन के वुहान शहर से निकले नए कोरोना वायरस SARS-CoV-2 से होने वाली बीमारी का आधिकारिक नाम कोविड-19 रखा गया है. इस नए कोरोना वायरस से सांस संबंधी संक्रमण होता है जिससे सामान्य जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं।

2-संक्रमण कैसे फैलता है?

  • कहा जा रहा है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में आया और अब एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल रहा है. किसी संक्रमित व्यक्ति के सांस छोड़ने, छींकने या खांसने से निकलने वाले महीन कण संक्रमण के वाहक बन रहे हैं. अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो उसका विषाणु आपके भीतर इसी के जरिए घुसता है. यह संक्रमित दीवारों या किसी सतह के छूने से भी फैलता है. कोविड-19 सरफेस पर कुछ घंटों तक जिंदा रहता है लेकिन सतह को डिसइन्फेक्ट कर वायरस को मारा जा सकता है।

3- लक्षण दिखने में लगता है कितना वक्त?

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नजर आने में 2 से 5 दिनों का वक्त लग सकता है. हालांकि, कुछ लोगों में लक्षण दिखने में इससे ज्यादा वक्त भी लग सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नजर आने के लिए 14 दिनों का वक्त निर्धारित किया है. कई बार कोई लक्षण भी नहीं दिखता है और व्यक्ति संक्रमित हो जाता है।

4- क्या हैं लक्षण?

  • कोरोना वायरस के मुख्य लक्षण हैं- बुखार, सूखी खांसी, थकान और सांस लेने में तकलीफ. कुछ मरीजों में नाक बहना, गले में खराश, नाक बंद होना और डायरिया जैसे लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं. इसके अलावा, कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि स्वाद का जाना और सूंघने की क्षमता खत्म होना भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण हो सकते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ लोगों में केवल यही लक्षण दिखे और उसके बाद वे परीक्षण में कोरोना पॉजिटिव पाए गए. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, छह में से सिर्फ एक मरीज ही गंभीर रूप से बीमार पड़ता है. बुजुर्गों को कोरोना वायरस संक्रमण का गंभीर खतरा होता है. इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियों, डायबिटीज या सांस संबंधी किसी समस्या से पीड़ित लोगों को भी कोरोना वायरस से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

5- सांस लेने में तकलीफ

  • कोरोना वायरस का ये सबसे गंभीर लक्षण है. ये समस्या बिना खांसी आए भी हो सकती है. अगर आपको लग रहा है कि आपको सांस लेने में बेहद तकलीफ हो रही है तो ये कोरोना वायरस से संक्रमित होने का एक संकेत हो सकता है. कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से फेफड़ों में ऑक्सीजन की जगह पानी भरने लगता है. इससे रोगी को सांस लेने में तकलीफ ज्यादा होने लगती है, और सीने में दर्द भी काफी बढ़ जाता है।

6-आरोग्य सेतु ऐप की लें मदद

  • अपने लक्षणों की पहचान करने के बाद आप कुछ ऐप्स की मदद भी ले सकते हैं. भारत सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप जारी किया है, जिससे आप ये जान सकते हैं कि आपको कोरोना वायरस का कितना खतरा है. इस ऐप में कोरोना वायरस के लक्षणों और ट्रैवल हिस्ट्री से संबंधित कई सवाल पूछे जाते हैं और उसके बाद कोरोना वायरस से संक्रमित होने के खतरे के बारे में जानकारी दी जाती है।

बचाव-

  • क्या कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है? बिल्कुल बचा जा सकता है और फिलहाल इसका उपाय भी बचाव ही है. हाथ हमेशा साफ रखें निश्चित अंतराल पर हाथ साबुन-पानी या एल्कोहल मिले सैनिटाइजर से साफ करते रहें. छींकते और खांसते वक्त मुंह और नाक को टीशू से ढंक लें. इसका बाद टीशू को बंद डस्टबिन में फेंक दें. जिन्हें सर्दी-जुकाम और फ्लू हैं, उनसे दूर रहें. घर से अनावश्यक तौर पर बाहर निकलने से बचें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

C. क्या आपको कोरोना हो सकता है

1- क्या आपने हाल ही में विदेश यात्रा की है?

  • अगर हां तो आप कोरोना के लिहाज से जोखिमपूर्ण हालात में हैं. कोरोना तकरीबन हर देश के नागरिकों को शिकार बना चुका है. उनसे आपको संक्रमण फैलने का खतरा है. अपनी विदेश यात्रा के बारे में जिला प्रशासन को सूचित करें और आईसोलेशन में रहें।

2 क्या आप विदेश से लौटे किसी व्यक्ति के संपर्क में आए हैं

  • अगर हां, तो हो सकता है कि वो व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो और उससे आप भी संक्रमण की चपेट में आ गए हों. उस व्यक्ति से अपनी कोरोना जांच करवाने को कहें और खुद बेवजह बाहर जाने और दूसरों से मिलने-जुलने से बचें।

3. क्या आपको बुखार-खांसी की शिकायत है?

  • अगर हां तो ये भी कोरोना का प्राथमिक लक्षण है लेकिन याद रखिए सामान्य खांसी-बुखार कोरोना नहीं होता. इसलिए घबराएं नहीं और डॉक्टर की सलाह लें।

4. क्या आप कोरोना के हॉटस्पॉट में रहते हैं?

    • अगर हां तो आपको बेहद सावधान रहना होगा. आपके इलाके का एक भी मरीज पूरे इलाके को संक्रमित कर सकता है। इसलिए घर के अंदर ही रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।

5. क्या आप बिना मास्क बाहर निकलते हैं?

  • अगर हां तो आप कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी को खुद ही न्योता दे रहे हैं. घर से बाहर बिना मास्क लगाए या चेहरा ढंके निकलना घातक हो सकता है. कोरोना का वायरस आपके मुंह और नाक के जरिए ही शरीर में प्रवेश करता है. इसलिए मास्क या मुंह ढंके बिना निकलना कई राज्यों में अपराध घोषित कर दिया गया है।

6. क्या आप किसी कोरोना संक्रमित से मिले हैं?

  • अगर आप किसी कोरोना संक्रमित से मिले हैं या आपके परिवार, पड़ोस का कोई सदस्य कोरोना पॉजिटिव निकला है तो आप रिस्की जोन में हैं और आपको भी कोरोना हो सकता है. प्रशासन को इस बारे में सूचित करें और अपना कोरोना टेस्ट कराएं।

7. क्या आप ऑनलाइन सामान मंगा रहे हैं?

  • अगर आप ऑनलाइन सामान मंगा रहे हैं और बिना सैनिटाइज किए इस्तेमाल कर रहे हैं तो उस सामान या डिलीवरी बॉय के साथ आपको कोरोना का संक्रमण भी मिल सकता है. इसलिए पूरी तरह से सावधान रहें. कोरोना के मामले में जरा सी भी लापरवाही बेहद खतरनाक हो सकती है।

8. क्या आप लगातार हाथ नहीं धो रहे हैं?

  • कोरोना वायरस का अधिकतर संक्रमण हाथ के जरिए मुंह या नाक और फिर श्वसन तंत्र में प्रवेश करता है. इसलिए अपने हाथ साबुन से करीब 20 सेकेंड तक धोने की आदत डालिए. जब भी किसी सार्वजनिक वस्तु को छुएं तो हाथ साबुन या सैनिटाइजर से जरूर सैनिटाइज करें।

9. क्या आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं?

  • लॉकडाउन के दौरान बाहर निकलना सख्त मना है. केवल जरूरी चीजों के लिए ही बाहर जाने की इजाजत है लेकिन अगर आप बाहर जा रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं या भीड़ का हिस्सा बन रहे हों तो ये आपको कोरोना संक्रमित कर सकता है।

 

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